Monday, August 26, 2013

जीवन मिट्टी है


एक अन्जान सी मुस्कुराहट जो किनारों में छुपी रहती थी
वो गिरते आँसू के साथ ज़मीं पर बिखर गयी
अब बढ़ाता हूँ हाथ तो खींचती है मुझको
और कहती है बिखर जा तू भी मेरे साथ यहीं।
यहाँ धूप की रोशनी और छांव की सहर है
है दिन की ताज़गी , मौसमों  के पहर हैं,
यहाँ गिरती बूंदों में कभी मिट्टी की महक है
यहाँ पेड़ से सूखे पत्तों के गिरने की खनक है।
यहाँ रंग है, रंगोली है, पटाखों की जगमग शाम है,
यहाँ खेल है, मस्ती है, हाथों से छूटते जाम हैं।
यहाँ हज-तीरथ दोनों ही हैं, यहाँ अल्लाह और भगवान हैं,
यहाँ प्यार नहीं सिर्फ कहने को, यहाँ वीरों के बलिदान हैं।
है नहीं ये जगह उस दुनिया जैसी, जहाँ धोखा और मक्कारी है,
है नहीं ये जगह उस दुनिया जैसी, जहाँ पलड़ों में तुलती रिश्तेदारी है।
रंज यहाँ, द्वेष यहाँ, जात-पात की भाषा है,
लोभ यहाँ, क्रोध यहाँ, ज़्यादा पाने की अभिलाषा है।
है नहीं ये जगह उस दुनिया जैसी, जहाँ छुप के रहना पड़ता था,
एक ग़म में खो जाने के, डर में जीना पड़ता था।
कहती है, आ तू भी आ, बिखर जा मेरे साथ कहीं,
ये जीवन भी तो मिट्टी है, मिल जाने दे इसको आज यहीं। 

Monday, March 25, 2013

Love for you



I nvr thought it wud happen,
I nvr thought it wud stay
Though I wantd to be a part of it,
but nvr desired to turn thngs dis way.

Its nt dat I startd dreamin' of u,
Neithr ur thoughts mk me remain awake
Neithr hv I cnsidered u my source of inspiration,
Nor for u I m putting myslf on stake.

Bt still dere is smthng,
dat is nt gtng out of me
& dat is nthng bt d part of u,
ur whisper, ur smile, ur silences nt leaving me free.

I knw it’s too early to say,
as we still don’t undrstnd each othr much
I evn knew it wen I frst saw you,
but dis heart dsn’t hv brain, so it nvr thinks as such.

I knw it’s too late to confess,
as u alrdy hv a commitmnt to make
I evn knew it frm d very first day,
& swear I nvr wishd to make it break.

I knw evn u feel smthng for me,
but may be not d way as I do for u
So don’t tk me wrong & evn I nvr wntd to say,
but sorry, I am feeling love for u.